प्रस्तुत पुस्तक कुंड़ख़ कत्था अईन अरा ख़ोसराचम्मबी एक आधुनिक उरांव/कुंड़ुख़ भाषा व्याकरण है। इसका शोध संकलन पेशे से चिकित्सक डॉ नारायण उरांव सैन्दा द्वारा किया गया है। यह टाटा स्टील फाउंडेशन, के तकनीकी सहयोग से इस ऊंचाई तक पंहुचा है। समाज में लोगों तक पहुंचाने का कार्य अद्दी अखड़ा संस्था रांची द्वारा किया जा रहा है।इसमें भाषा है, भाषा की रचना है, भाषा विज्ञान है और अन्य प्राचीन भाषा के साथ तुलनात्मक अध्ययन है। इस व्याकरण में कुंड़ुख़ भाषा को समझने तथा समझाने के लिए हिन्दी के साथ अंग्रेजी का भी प्रयोग किया गया है।इस पुस्तक के विशिष्ट पहलुओं को जानने के लिए रूप का प्रयोग किया जाता है। इसकी विस्तृत जानकारी हेतु पीडीएफ़ रूप देखें --
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