कोरोना को चुनौती देता झारखंड का एक आदिवासी गांव राजधानी रांची से 12 किमी पर स्थित है यह गांव जराटोली (बड़ाम, नामकोम) एक ओर जहां कोरोना वायरस से देश भर में अफरा तफरी मची है, वहीं झारखंड की राजधानी रांची के निकट एक गांव ऐसा भी है जहां लोग सरकार प्रशासन के मोहताज नहीं। ऐसा नहीं कि यह कोई अति संपन्न गांव है। वास्तविकता यह है कि यहां ढ़ाई हजार की आबादी के 75 से 80 फीसदी हिस्से की आजीविका दिहाड़ी मजदूरी पर निर्भर है। उन्होंने अपने गांव को सील कर दिया है। न कोई बाहर जाएगा और न कोई बाहरी अंदर आयेगा। यह पूछे जाने पर कि सरकार प्रशासन से आपकी कोई मांग है, कहते हैं- सरकार अपने शहरियों को ही संभाल ले यही क्या कम है!.. - गांववाले कहते हैं, हैन्ड वॉश या सेनेटाइजर हमारे यहां नहीं, बाहर से आनेवाले को गरम पानी में नमक डालकर पैर हाथ धुलवाया जाता है। - इस विडियो के निर्माण के लिए जराटोली/बड़ाम के उप-मुखिया राजेश टोप्पो, उनकी टीम एवं ग्रामीणों के सहयोग से हमें स्थानीय वीडियो मिल पाया। फैक्ट फोल्ड उनका आभारी है। इस वीडियो पर आपकी सकारात्मक टिप्पणी हमारे लिए प्रेरक होंगी।
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