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लोकहित के लिए राजभवन हमेशा खुला है : महामहिम राज्‍यपाल

दिनांक 09.08.2023 दिन बुधवार को महामहिम राज्यपाल का आवास अर्थात राजभवन में विश्व आदिवासी दिवस 2023 हर्सोल्लास के साथ मनाया गया। ज्ञात हो कि राजभवन में यह आयोजन पहली बार हुआ है। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत प्राध्यापक एवं चिकित्सक लगभग 20-25 की संख्या में आमंत्रित थे। 
इस अवसर पर राज्यपाल के प्रधान सचिव डा. नितिन कुलकर्णी तथा राज्पाल के शिक्षा सलाहकार प्रोफेसर ई. बालागुरूस्‍वामी, पूर्व विधान सभा अध्यक्ष डा दिनेश उरांव, पद्मश्री श्रीमती जमुना टुडू एवं कई वरीय अधिकारी मौजूद थे। इस अयोजन का आरंभ महामहिम राज्यपाल  श्री सी.पी.राधाकृष्णन द्वारा अमर शहीद बिरसा मुण्डा की प्रतिमा  पर मल्यापर्ण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। उसके बाद बारी-बारी से सभी अतिथियों द्वारा श्रद्धासुमन पुष्प अर्पित किया गया। 

झारखण्ड राज्य के राजभवन में विश्व आदिवासी दिवस 2023 मनाया गया


पुष्पांजलि अर्पण के बाद वरीय अधिकारी द्वारा सभी अतिथियों का महामहिम से परिचय कराया गया।  उसके बाद सम्मानित अथितियों में से डा. मरियानुस कुजूर द्वारा महामहिम को आदिवारसी गमछा देकर आभार प्रकट किया गया तथा श्री महादेव टोप्पो द्वारा अपनी स्वरचित दो पुस्तक भेंट किया गया। उसके बाद प्रोफेसर तिग्गा, डा.मरियानुस कुजूर, डा.दिनेश उराँव एवं पद़मश्री श्रीमती जमुना टुडू द्वारा अपने उद्गार व्यक्त किया गया। राजभवन के इस आदिवासी दिवस के अवसर पर डा.नारायण उरांव ‘सैन्दा’ द्वारा करम गीत कुँड़ुख़ भाषा में गाया गया।
अतिथियों के सम्बोधन के बाद महामहिम द्वारा राज्य एवं राज्य की जनता के बारे में अपना अनुभव व्यक्त किया गया। माननीय राज्यपाल महोदय द्वारा शिक्षित एवं सम्पन्न लोगों से आह्वान किया गया कि वे समाज हित में आगे आयें और जरूरत पड़ी तो वे राजभवन आकर अपनी बातें साझा कर सकते हैं, राजभवन का दरबार लोकहित के कार्यों के लिए हमेशा खुला रहेगा। अंत में महामहिम द्वारा उपस्थित सभी अतिथियों को गमछा एवं एक फूल देकर स्‍वागत किया गया। इसके बाद सभी सामुहिक भोज में शामिल हुए और भोजन के पश्चात सभी अथिति, ढेर सारी आशाएवं उमंग के साथ कई संभावनाओं के सपने  लेकर  वापस लौटे।

आलेख -
डा० नारायण उरांव ‘सैन्दा’ 
राजभवन से लौटने के बाद।

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