दिनांक 18.12.2021 दिन शनिवार को दिन के 2.00 बजे आदिवासी उरांव समाज समिति‚ पुराना सीतारामडेरा जमशेदपुर में टाटा स्टील फाउन्डेशन जमशेदपुर की ओर से चलाये जा रहे कुंड़ुख़ भाषा तोलोंग सिकि (लिपि) शिक्षण केन्द्र का निरिक्षण किया गया। निरिक्षण कार्य कुंड़ुख़ तोलोंग सिकि के संस्था2पक डॉ. नारायण उरांव के द्वारा किया गया। केन्द्र भ्रमण तथा निरिक्षण के दौरान वे छोटे बच्चों तथा बड़े युवकों से बातचीत किये। उन्हों ने कहा कि युवक भी यहां के शिक्षण कार्य में आगे आयें। सिनियर वर्ग (बड़े उम्र) के बच्चेक अपने जूनियर वर्ग (छोटे उम्र) के बच्चों को सिखाने का कार्य करें‚ जिससे उन्हें भी दूसरे को पढ़ाने का अनुभव प्राप्तो होगा। साथ ही वे दूसरे को पढ़ाने के लिए अधिक मेहनत करेंगे। इससे स्वगयं को फायदा होगा। इन दिनों झारखण्डे सरकार आदिवासी भाषा के विकास तथा संरक्षण पर योजना बना रही है और 2022 में आदिवासी भाषा की पढ़ाई करवाये जाने की तैयारी हो रही है। टाटा स्टील फाउन्डेशन एवं सहयोगी संस्था के सहयोग से कुंड़ुख़ भाषा तोलोंग सिकि (लिपि) शिक्षण केन्द्र चलाया जा रहा है जो सराहनीय है। उन्होंने कुंड़ुख़ भाषा एवं लिपि की आवश्यकता एवं उपयोगिता पर प्रकाश डाला कि अभी के समय में हिन्दी तथा अंगरेजी के साथ अपनी मातृभाषा को भी सीखना जरूरी है। टाटा स्टील फाउन्डेशन‚ जमशेदपुर की ओर से सिहंभूम क्षेत्र में संताली‚ मुंडारी‚ हो‚ कुंड़ुख़ एवं भूमिज भाषा का शिक्षण का कार्य अलग–अलग जगहों पर करवाया जा रहा है। इसी क्रम में यह कुंड़ुख़ भाषा लिपि शिक्षण केन्द्र सीताराम डेरा में आरंभ किया गया है। बच्चों एवं नवयुवकों को प्रोत्सासहित करते हुए उन्होंमने कहा कि अधिक से अधिक प्रशिक्षु इस शिक्षण शाला का हिस्सेदार बनें।
रिपोर्टर -
सुश्री भवानी कुजूर
पुराना सीतारामडेरा‚ जमशेदपुर
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