दिनांक 28.11.2021 दिन रविवार को त्रिपुरा (भारत) में निवास करने वाले उरांव, मुण्डा, संताल आदि बहुत से आदिवासी छात्रों द्वारा प्रथम आदिवासी महासभा का सम्मेलन किया गया। इस सम्मेालन में भारत सरकार के कैबिनेट मंत्री आदिवासी कार्य मंत्रालय अर्जून मुण्डा, पूर्व कुलपति (डी.एस.पी. मुखर्जी विश्वीविदयालय, रांची) डॉ. सत्य नारायण मुण्डा, त्रिपुरा के आदिवासी कल्याथण मंत्री तथा माननीय विधायक गण एवं अनेक प्रबुद्ध समाजसेवी उपस्थित थे।
यह आयोजन ऑल आदिवासी स्टूमडेन्टस यूनियन ऑफ त्रिपुरा एवं ऑल आदिवासी स्टूडेन्टस यूनियन ऑफ असम द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था। सम्मेलन में त्रिपुरा के उरांव, मुण्डाय, संताल आदि आदिवासियों को राज्य में अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिये जाने के लिए भी मांग रखा गया।
आदिवासी स्टूयडेन्टस यूनियन के सदस्यि द्वारा कुंड़ुख़ में भेजा गया समाचार इस प्रकार है – इन्ना फर्स्ट आदिवासी महासभा त्रिपुरा नू All Adivasi Students Association of Tripura और All Students Association of Assam ही सहयोग ती मंज्जाऔ अन्नु कैबिनेट मिनिस्टर ऑफ़ ट्राइबल अफेयर्स मुख्य अतिथि रहचस और संगे नू त्रिपुरा राज्य ता आदिवासी मिनिस्ट्रर अरा एमएलएर हूं रहचर। इन्नु त्रिपुरा नू बसचका उरांव, मुंडा अरा संथाल आदिवासिर ओन्द गुट नू मन्नर की आरेंज नंजर। महासभा नू कैबिनेट मिनिस्टरस गे असम नू बसचका छोटानागपुर ता आदिवासिर गे ST दर्जा चीअना गे हूं ज्ञापन चिच्चर। पच्छे नू सांस्कृतिक कार्यक्रम हूं मना लगिया पन्हे एम गा गेच्छा ही करने जल्दी उरूखम। त्रिपुरा लेक्खा छोटे कुना राज्य नू इस्ता आदिवासिर छोटानागपुर ता आदिवासी रिन सपोर्ट नन्नर ईद बढ़िया लगिया जे की शायद असम नू मल्ला।
रिपोर्टर –
प्रबोध टोप्पो
नवगांव, असम
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