रोहतासगढ़ 17 फरवरी, 2025: रोहतासगढ़ पंचायत अंतर्गत माधा में आदिवासी समाज में जन्मे महान स्वतंत्रता सेनानी वीर बुधु भगत जी का 233 वीं जयंती सह कुँड़ुख भाषा-लिपि दिवस मनाया गया। जिसमें रोहतास और कैमूर के तोलोंग सिकी के शिक्षकगण उपस्थित हुए और सामाजिक कार्यकर्ता भी बढ़-चढ़कर के हिस्सा लिए। इस कार्यक्रम के अध्यक्षता मनोज उरांव ने किया और उन्होंने अध्यक्षता करते हुए बताया कि बहुत हमें गर्व होता है कि हम आदिवासी समाज में हमने जन्म लिया और हमारे आदिवासी समाज में बहुत सारे आदिवासी महापुरुष और आदिवासी वीरांगनाएं पैदा हुई जो काबिले तारीफ है। हमें और पूरे राष्ट्र के लोगों को भी गौरन्वित होना चाहिए। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से कुरुख भाषा से कार्यक्रम की शुरुआत वीर बुद्ध भगत के प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए मांदर के ताल पर विनती गाते हुए कुरुख भाषा में कार्यक्रम की शुरुआत की गई। उसके बाद बच्चों का तीर धनुष प्रतियोगिता, कविता, संगीत, सामूहिक कुरुख संगीत, दौड़, एकल संगीत, जैसे भी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया था।
कार्यक्रम में पीपर डीह पंचायत के पूर्व मुखिया श्याम नारायण उरांव, सुदामा उरांव और टाटा स्टील फांउडेशन, जमशेदपुर एवं अद्दी कुँड़ुख़ चाला धुमकुड़िया पड़हा अखड़ा संस्था,रांची के संयुक्त रूप से संचालित तोलोंङ सिकि सह कुँड़ुख़ भाषा शिक्षण केंद्रों एजेरना बेड़ा प्रोजेक्ट तोलोंङ सिकि सह कुँड़ुख़ भाषा शिक्षण केंद्रों की शिक्षिकाएं करुणा देवी, इंद्रावती कुमारी, रीना देवी, संपतिया देवी, किरण कुमारी समेत पांचों सेंटर के स्कूली बच्चे भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के आयोजन समिति के सदस्य विजय उरांव, राजेंद्र उरांव, साकेत उरांव, अवधेश उरांव, अरुण कुमार, रविंद्र कुमार, परमेंद्र उरांव, दिनेश उरांव, बीरबल उरांव, ग्रामीण महिलाओं में मंजरी देवी, मीना देवी, मंत्री देवी, काली देवी समेत सैकड़ों लोग उपस्थित होकर इस कार्यक्रम को सफल बनाएं।
रिपोर्टर-
मनोज उरांव
रोहतासगढ़, बिहार