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अपील / Appeal

अपील / api|l / Appeal Kurukh Times वेब पत्रिका पर अपना योगदान दें!

कुँड़ुख़ (उराँव) भाषा, लिपि एवं संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन में अपना अमूल्य योगदान करें!

कुँड़ुख़ भाषा प्रेमी भाईयों एवं बहनों, 
ओरमारिन मोंजरा/जय धरमे ormArin moVrA / jay Warme

ज्ञात हो कि कुँड़ुख़ भाषा-भाषियों के लिए अब अपने तरीके का अपना वेब प्लेटफॉर्म आ गया है। दिनांक 18 दिसंबर 2020 को ज्ञनतनाी ज्पउमे नामक इस वेब पत्रिका का लोकार्पण किया गया। अब इसे दुनिया भर में इंटरनेट के माध्यम से KurukhTimes.com नामक वेबसाइट पर देखा जा रहा है।


KurukhTimes.com की सामग्री विषयक तथ्य है कि इस वेब-प्लेटफॉर्म पर कुँड़ख़ भाषा-संस्कृति के विकास और संवर्द्धन के नजरिये से हर वह चीज उपलब्ध होगी जो हम लाइब्रेरियों, पुराने आर्काईवअथवा आज के इंटरनेट दुनिया में ढ़ूंढ़ते रहे हैं। इस वेबसाइट पर वर्तमान में कई स्थायी सेक्शन हैं, उदाहरणार्थ, नजरिया (Views), आलेख (WriteUps), दस्तारवेज (Documents), लोक साहित्य (Folklore), समसामयिक खबरें व जानकारियां (Current Affairs & News Flash) आदि। इसके अलावा अपना ऑडियो-वीजुअल (Video) सेक्शन भी है। यही नहीं हमलोगों ने यू ट्युब पर अपना वीडियो चैनल YouTube.com/KurukhTimes भी शुरू किया है। उसकी झलकियाँ आपको इस वेबसाइट पर मिलती हैं। यह वेब-माध्यम वर्तमान समय की मांग के अनुरूप है, इसमें सहयोगी बनें।

इस वेब पत्रिका की खासियत है कि यह हिंदी (देवनागरी), अंग्रेजी (रोमन) लिपियों के अलावा हमारी कुंड़ुख भाषा की लिपि तोलोंग सिकी में भी सामग्रियां उपलब्ध इसमें नवयुवक-नवयुवति लेखकों-कवियों के लिए अलग से स्तंभ भी विकसित है, जिसमें उनकी तस्वीर के साथ पूरा परिचय लोगों तक पहुँचा रहे हैं। आप अपनी बातें तथा समाज की बातें देश और दुनियाँ के सामने रखने में सहयोगी बनें।

इन व्यापक व्यवस्था और संचालन के लिए हमें आपसे आर्थिक सहयोग की भी अपेक्षा है। आप अपनी शुभकामनाओं वाले संदेश (व्यक्तिगत/संस्थागत) एवं वार्षिक/मासिक सदस्यता शुल्क के जरिये भी हमें सहयोग कर सकते हैं। लेख सामग्री के अलावा वीडियो, एनिमेशन, स्लाइड शो, विज्ञापन आदि विकसित करने की भी व्यवस्था है। प्रोफेशनल जागरूक बनकर सहभागी बने और अपनी कार्य क्षमता को उजागर करें।

आधुनिक भाषाविदों का मानना है कि किसी भाषा को अगर बचाना है तो संचार माध्यम का सबसे सुलभ और सरल तरीका को चुना जाना चाहिए। वर्तमान समय के नये तरीकों में से सबसे सरल और सुलभ माध्यम मोबाईल है जो सर्वजन के जेब तक पहुँचा हुआ है और उस मोबाईल तक वेब-माध्यम से ही पहुँचा जा सकता है। इस प्रयास से यदि भाषा बचेगी तो संस्कृति भी बचेगी तथा संस्कृति बचेगी तो हमारी पीढ़ी भी पहचानी जाएगी। आइये हम सभी मिलकर अपने आदिवासी समाज के नवनिर्माण में अपनी सहभागिता निभाएँ। और अंत में आपसे सहयोग एवं समर्थन की अपेक्षा के साथ अनुरोध है कि KurukhTimes.com पर जाएं, देखें.. परखें.. और निरंतर सुधार व विकास की दिशा में अपने बहुमूल्य सुझाव अवश्य दें। संपर्क करें। व्यवस्थापक कमिटि के कार्यकर्ताओ से संपर्क करें।

आप अपना नाम एवं पता, ईमेल, शिक्षा-दीक्षा, वर्तमान में कार्यरत पद फोटोग्राफ के साथ तथा स्थान आदि भेजें तथा Bank of India, A/c no. 499410110004313, IFSC Code : BKID0004994 में आर्थिक सहयोग करें। यह खाता, प्रोपराइटर Addi Kurux Chaala Dhumkuriya Parha Akhra के नाम से है।

निवेदक
डॉ. नारायण उराँव ‘सैन्दा’
संयोजक, कुँड़ुख़ टाइम्स,
मो. न. : 9771163804, kurukhtimes@gmail.com

श्री राजेन्द्र भगत,
उप संपादक, कुँड़ुख़ टाइम्स, मो.न. : 9470524509
kurukhtimes@gmail.com