रांची : सेवा निवृत यूनियन बैंक अधिकारी तथा अद्दी कुँड़ख़ चाःला धुमकुडि़या पड़हा अखड़ा‚ रांची के कर्मठ कार्यकर्ता का लम्बी बिमारी के बाद 30 जुलाई 2021 को दोपहर 1.30 बजे पल्स हॉस्पिटल‚ रांची में निधन हो गया। वे अपने पीछे पत्नी‚ दो बेटे एवं दो बेटियाँ छोड़ गये।
वे ग्राम – लोंगा‚ पो0 – सातो‚ थाना – बिशुनपुर‚ जिला – गुमला (झारखण्ड) के रहने वाले थे। उन्होंने संत इग्नासियुस‚ गुमला से मैट्रिकुलेशन किया तथा संत जेवियर कॉलेज‚ रांची से आई.एस.सी. करने के बाद बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी‚ कांके‚ रांची से बी.एस.सी. (एग्रीकल्चर) एवं पूसा एग्रीकल्चर यूविर्सिटी से एम.एस.सी (एग्रीकल्चर) की पढ़ाई कर बैंकिंग सर्विस० यूनियन बैंक में अपना योगदान दिये। बैंक सर्विस में 32 वर्ष सेवा करते हुए 29 फरवरी 2008 को सेवा निवृत हुए। बैंक सर्विस में रहते हुए वे लगातार तीन बार निर्विरोध यूनियन बैंक एसोसिएसन के अध्यक्ष चुने गये। उनका सड़क दुर्घटना में स्पाइनल इंज्यूरी हुआ था‚ जिसके लिए दो बार‚ 2003 तथा 2007 में स्पा2इनल सर्जरी हुआ था। इधर 15 जून 2021 को बाथरूम में गिरने के चलते फिर से स्पाइनल इंज्यूरी हुआ‚ जिसके इलाज के क्रम में वे अस्पताल ही 30 जुलाई को अंतिम सांस लिये।
सामाजिक कार्यों में उनकी काफी रूची थी। वे अद्दी कुँड़ख़ चाःला धुमकुडि़या पड़हा अखड़ा‚ रांची के संस्थापक सदस्य थे। कुँड़ुख़ भाषा एवं लिपि संबंधी छोटे-बड़े कार्यक्रमों में वे सह्दयता से भाग लिया करते थे। उनके निधन से कुँड़ुख़ समाज को अपूर्णीय छती हुई है। अद्दी कुँड़ख़ चाःला धुमकुडि़या पड़हा अखड़ाः रांची की ओर श्रद्धेय प्रकाश पन्ना जी को विनम्र श्रद्धांजलि।
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