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बाबा कार्तिक उरांव का 101वां जयंती समारोह, बिरसा नगर, जमशेदपुर में सम्‍पन्‍न

दिनांक 29-10-2025 को आदिवासी उरांव समाज समिति, बिरसा नगर जोन नंबर-06 में पंखराज साहेब बाबा कार्तिक उरांव का 101 वां जयंती 2025 समारोह 
हर्षोल्‍लास से मनाया गया। प्रत्‍येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी बाबा कार्तिक उरांव जयंती समारोह, बिरसा नगर, जमशेदपुर में टाटा स्टील फाउंडेशन के सहयोग से मनाया गया। ज्ञात हो टाटा स्टील फाउंडेशन के तकनीकी सहयोग तथा अद्दी कुड़ुख़ चाला धुमकुडि़ुया पड़हा अखड़ा  के देखरेख में जमशेदपुर शहरी क्षेत्र में कुड़ुख़ भाषा एवं तोलोंग सिकि लिपि शिक्षण कक्षा चलाया जा रहा है। कुड़ुख़ तोलोंग सिकि शिक्षण कक्षा संचालन में  1. सुश्री पुष्‍पा कोया 2. सुश्री संध्‍या उरांव 3. सुश्री 
ज्‍योति मिंज 4. सुश्री अरूणा लकड़ा 5. सुश्री भवानी  कुजूर (पांच शिक्षिकाएं) एवं एक संयोजक सुश्री गीता कोया द्वारा संचालित किया जा रहा है।  बाबा कार्तिक उरांव जयंती समारोह का आयोजन  इन्‍हीं शिक्षिकाओं के विद्यार्थियों एवं बिरसा नगर के उरांव समाज के सदस्यों के सहभागिता में यह कार्यक्रम आयोजित होता है। अन्‍य वर्ष की तरह इस वर्ष भी समिति के सदस्यों ने जमशेदपुर के विभिन्न आदिवासी समुदायों के लोगों से जैसे संथाली,हो,मुंडा आदि को आमंत्रित किया गया। इसके लिए, कुड़ुख़ क्लास के विद्यार्थियों ने दिनांक 25-10-2025 को बिरसा नगर जोन नंबर-06 के घरो में जाकर लोगों को नेवता बांटा। उसके बाद दिनांक 26-10-2025 को अर्थात दूसरे दिन यहां के नर्सरी कक्षा से स्नातक कक्षा के बच्चों के लिए कक्षा अनुसार चित्रांकन प्रतियोगिता और बड़े बच्चों के लिए बाबा कार्तिक उरांव की जीवनी पर लेख प्रतियोगिता और भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें केवल बिरसा नगर जोन नंबर-06 के बच्चे ही नहीं बल्कि सीताराम डेरा, शंकोसाई, बिरसा नगर जोन नंबर-10 और सोनारी में चल रहे कुड़ुख़ क्लास के बच्चों ने भी भाग लिया। 

तीसरे  दिन अर्थात दिनांक 29-10-2025 को सबसे पहले अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित किया गया और बाबा कार्तिक उरांव की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। उसके बाद बच्चों द्वारा शुभारंभ प्रार्थना कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। बच्चों ने अतिथियों के लिए स्वागत गीत गाया फिर बच्चों द्वारा परंपरागत नृत्य -संगीत प्रस्तुत किया। उसके बाद बाबा कार्तिक उरांव पर कविता प्रस्तुत किया गया। सुश्री पुष्पा कोया द्वारा बाबा कार्तिक उरांव की जीवनी पर प्रकाश डाला गया। सुश्री पुष्पा कोया, ने बाबा कार्तिक उरांव की जीवनी के बारे में कहा - कार्तिक बाबा, तीसरी कक्षा तक की पढ़ाई, गांव के ही स्‍कूल में किए, फिर 10वीं तक की पढ़ाई एस.एस.हाई स्‍कूल, गुमला से किए और सांईस कालेज पटना से आई.एस.सी.की पढ़ाई किए। उसके बाद बी.एस.सी.इंजिनियरिंग की पढ़ाई, पटना इंजिनियरिंग कालेज पटना से पूरा किए और बिहार सरकार के सिंचाई विभाग में सहायक अभियन्‍ता नियुक्‍त हुए। बाद में ब्रिटेन गए और वहां पढ़ाई किए तथा अमेरिका के ग्‍लास्‍को शहर में रहकर पढाई किए। उनकी पढ़ाई लिखाई एवं शैक्षणिक योग्‍यताएं बिरसा नगर, जोन न0 6 के सामूदायिक भवन में स्थित उनकी प्रतिमा की पट्टी में विस्‍तृत उल्‍लेख है। 
इसी बीच विशिष्‍ट अतिथियों में से स्‍थानीय विधायिका श्रीमती पूर्णिमा साहू द्वारा आशीर्वचन दिया गया तथा  विभिन्‍न प्रतियोगिता में चयनित बच्चों को पुरस्कार वितरण किया गया। उसके बाद तोलोंग सिकि (लिपि) के जनक डॉ.नारायण उरांव "सैन्दा" जी द्वारा बच्चों को आर्शीवचन दिया गया। उन्‍होंने कहा कि - बाबा कार्तिक उरांव एक साधारण मजदूर किसान परिवार से निकल कर विदेश में पढ़ाई किए। उनकी यह सफलता समाज के लोगों को हमेशा मार्गदर्शन तथा प्रोत्साहन देता रहेगा। उन्‍होंने बाबा कार्तिक उरांव की जीवनी पर संक्षिप्‍त परिचय देते हुए कहा कि ‍ - कार्तिक बाबा एक छोटे से आदिवासी गांव  से निकलकर ब्रिटेन एवं अमेरिका में जाकर पढ़ाई करके लौट आए और समाज एवं देश का नाम रौशन किया। उनका यह अदम्‍य साहस की प्रेरणा से आदिवासी समाज के लोग भी पढ़ाई-लिखाई करते हुए आगे आ रहे हैं। इसी कड़ी में आज उनके 101 वें जन्‍म दिवस के अवसर पर उरांव समाज द्वारा अपने भाषा विकास के लिए विकसित लिपि तोलोंग सिकि (लिपि) को अमेरिकी संस्‍था द्वारा सितम्‍बर 2025 में यूनिकोड ब्‍लॉक में शामिल कर लिया गया है। अब उरांव भाषा (कुड़ुख़) को इस तकनीक के माध्‍यम से पूरे विश्‍व में एक ही स्‍वरूप में पढ़ा-लिखा जाएगा।  

इस वर्ष  के समारोह में वर्षा के वाबजूद लगभग 500 लोग उपस्थित हुए। समिति द्वारा लोगों के लिए रात्रि भोजन की व्यवस्था की गई थी। सभी ने कार्यक्रम और भोजन का आनंद लिया। कार्यक्रम में बारिश के वाबजूद  भी बच्चों और समाज के लोगो में भारी उत्साह देखने को मिला। जहां बच्चे बारिश में भी कार्यक्रम प्रस्तुत कर रहे थे, वहीं र समाज के लोग भी कार्यक्रम का आनंद उठा रहे थे। समारोह मे अतिथि गण और समाज के लोग कार्यक्रम के अन्त तक उपस्थित थे। इस प्रकार बाबा कार्तिक उरांव का 101 वां जयंती समारोह, बिरसा नगर में बहुत ही भव्यता एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। 

अंत में आदिवासी उरांव समाज समिति की आकर से बाबा कार्तिक उरांव जयंती समारोह में पधारे विभिन्न आदिवासी समुदायों के लोगों को, तोलोंग सिकि जनक डॉ नारायण उरांव "सैन्दा", टाटा स्टील फाउंडेशन के पदाधिकारीगण, बिरसा नगर बस्तीवासी, जमशेदपुर के सभी तोलोंग सिकि सेंटर के शिक्षकगण, कोडिनेटर तथा उपस्थित  छात्र-छात्राओं को बहुत-बहुत धन्‍यवाद एवं आभार ज्ञापन करते हुए समारोह समाप्ति की घोषणा हुई। 

रिर्पोटर -
सुश्री गीता कोया
संयोजक
एजेरना बेड़ा प्रोजेक्‍ट
बिरसा नगर, जमशोदपुर। 

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