दिनांक 19/02/2023 दिन रविवार को लोहरदगा जिला के ग्राम इरगाँव बजार टाड़ में कुँड़ुख कत्थ तोलोंग सिकि सप्ताह दिवस लोहरदगा जिला 2023 का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ स्वागत समिति के अध्यक्ष श्री रोशन कुजूर के स्वागत भाषण से शुरु हुआ। इस कार्यक्रम में बाईस पड़हा भण्डारी श्री मटकु उरांव सिसई गुमला ने लोगों को अपनी कुँड़ुख तोलोंग सिकि को अपने समाज की भाषा संस्कृति के संरक्षण के लिए अनिवार्य बताया। उन्होंने कहा कि अपने समाज की पहचान भाषा और संस्कृति है। इसलिए भाषा के बचाने के लिए उसका साहित्य अपनी लिपि में विकसित किये जाने की आवश्यकता है। इस कार्यक्रम का तकनीकि सहयोग करने वाली संस्था, अखड़ा कुँड़ुख चाला धुमकुडिया पड़हा अखड़ा, रांची के अध्यक्ष श्री जिता उरांव ने समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार सभी समाज में अपनी अपनी भाषा संस्कृति है, उसी प्रकार हमारे कुँड़ुख समाज की अपनी भाषा, संस्कृति और लिपि है। यह लिपि अपने कुँड़ुख समाज की भाषा संस्कृति को संरक्षित करने में मददगार होगी, जिससे रोजगार का अवसर मिलेगा। कुँड़ुख तोलोंग सिकि को पाठन का आधार रखकर विद्यालय संचालक श्री संजीव उरांव ने अपने विद्यालय के बच्चों के साथ नृत्य के साथ संबोधन करते हुए कहा कि अपनी मातृभाषा एवं संस्कृति के साथ इंग्लिश-हिंदी के साथ अपनी कुँड़ुख तोलोंग सिकि को पूर्ण रूप से पढाई कराने की जरूरत है। तोलोंग सिकि के संस्थापक डा. नारायण उरांव ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज जो तोलोंग सिकि लिपि हमारे बीच आया है ये शोध कार्य झारखंड आदोलन के समय से ही आरंभ हुआ था और सामाजिक अगुवा एवं शिक्षाविदों के सहयोग से वर्तमान स्थिति तक पहुँचा है। आज हमारे आदिवासी बच्चे को पढ़ने के लिए तोलोंग सिकि बन कर तैयार है जिससे आज बच्चे अपनी लिपि से मैट्रिक परीक्षा लिख रहे हैं साथ ही आज बच्चे अपनी संस्कृति भाषा की जानकारी भी ले रहे हैं। इस कार्यक्रम में टाटा स्टील फाउंडेशन जमशेदपुर द्वारा संचालित कुँड़ुख भाषा तोलोंग सिकि शिक्षण केंद्र के पाँच सेंटर क्रमवार 1. आशा आदिवासी कुँड़ुख विद्यालय बलसोता, भंडरा 2. सात पड़हा कुँड़ुख विद्यालय पलमी, भंडरा 3. एंड़ खेप्पे कुँड़ुख विद्यालय ईरगावं, लोहरदगा 4. धुमकुडिया जोरी चेड़गा टोला, किसको 5. दयाल उरांव कुँड़ुख विद्यालय खोरका डिप्पा, किसको द्वारा अपनी प्रस्तुति दिया गया।
इस कार्यक्रम में बारह पड़हा दिवान लोहरदगा के श्री मंजन उरांव, आदिवासी छात्र संघ अधयक्ष लोहरदगा के श्री चंद्रदेव उरांव एवं अमित लोहरा, जिला प्रवक्ता लोहरदगा, जनजातीय एवं क्षेत्रीय विभाग राँची, में शोधार्थ लक्षमण उरांव, श्री जीता उरांव अधयक्ष अददी अखड़ा कुँड़ुख चाला पड़हा अखड़ा राँची, श्री रामेश्वर उरांव राँची, प्रभात उरांव, कार्तिक उरांव आदिवासी कुँड़ुख विद्यालय मंगलो से अरविंद उरांव, राजेन्द्र उरांव, संजीव उरांव मेरले, मटकु उरांव, रोशन उरांव, रतिया उरांव, संजय उरांव, रचना उरांव, चमरा उरांव, फगनी उरांव, जुबबी उरांव, रंथु उरांव, एवं बारह स्कूल के छात्र, छात्राएँ एवं षिक्षक षिक्षिकाओं सहित अन्य गाँव से आये ग्रामीण महिलाओं पुरुश उपस्तिथि थे। रिपोर्टर - सुकरु उरांव षिवनाथपुर सिसई गुमला।