दिनांक 20/08/2025 को DD NATIONAL, चैनल पर समय 6:00pm बजे शाम में कुँडुख भाषा एवं कुंडुख स्कूल मंगलो पर बना डाक्यूमेंट्री फिल्म को भारत के गाँव का सबसे बड़ा ग्रामीण शो के रूप प्रसारित किया गया। यह हमारे लिए गर्व का विषय है। आगे कुँडुख़ भाषा का प्रचार-प्रसार के लिए समाज से और अधिक सहयोग की अपेक्षा करते है । कुँडुख़ भाषा को बचाना -इतनी जरूरी है , अब मैं और अधिक गहराई से समझ पा रहा हूँ।
भारत में अब तक लगभग। 1000 भाषाएँ विलुप्त हो चुकी है हमारे कुँडुख भाषा भी विलुप्त होने की स्थिति में है। भाषा विद्वानों का कहना है कि अगर किसी समुदाय को समाप्त करना है तो सबसे पहले उनकी भाषा को विलुप्त कर दीजिए, वह समुदाय धीरे धीरे स्वत: ही समाप्त हो जाएगी। समाज की जिम्मेदारी है कि आने वाली पीढ़ियों के लिए कुँडुख़ भाषा का संरक्षण एवं संवर्धन करें।
इस संबंध में तोलोंग सिकि के सर्जक डॉ नारायण उरांव, भाषा कार्यशाला में हमेशा कहा करते हैं - अगर किसी समाज की संस्कृति को बचाना चाहते हैं तो उस समाज की भाषा को बचाना होगा और उस समाज की भाषा को बचाने के लिए वर्तमान समय के आधुनिक शिक्षा व्यवस्था में जोड़ना होगा, तभी भाषा को बचाये जाने का कार्य पूरा हो पाएगा। अन्यथा बिना भाषा के कोई संस्कृति संपोषित नहीं होती।
तोलोंग सिकि के सर्जक के इस कथन से हमें प्रोत्साहन मिलता है और हमलोग इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
आइये हम सभी इस दिशा में कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़े
रिपोर्ट कर्ता -
अरविंद उरांव
मंगलोर, सिसई, गुमला
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