दिनांक 30 सितम्बर 2022 से 02 अक्टुबर 2022 तक कुँड़ुख़ लिटरेरी सोसायटी आफ इंडिया, नई दिल्ली का तीन दिवसीय राष्ट्रीय कुँड़ुख़ भाषा साहित्स सम्मेलन कोकराझार, असम में सम्पन्न हुआ. यह सम्मेलन कुँड़ुख़ (उरांव) साहित्य सभा, असम एवं आल कुँड़ुख़ (उरांव) छात्र संघ, असम के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया था. इस कुँड़ुख़ भाषा सम्मेलन में अलग अलग 8 राज्यों के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए.
सम्मेलन के यह निर्णय लिया गया कि कुँड़ुख़ भाषा में अधिक से अधिक साहित्य का विकास हो. कुँड़ुख़ भाषा की लिपि, तोलोंग सिकि में पठन-पाठन हो तथा कुँड़ुख़ को 8वीं अनुसूची में शामिल किये जाने हेतु आवश्यक संवैधानिक प्रक्रिया किये जाने का कार्य किया जाए.
इसी क्रम में दिनांक 03 अक्टूबर 2022 को आल कुँड़ुख़ (उरांव) छात्र संघ, असम द्वारा तोलोंग सिकि (कुँड़ुख़ भाषा की लिपि) कार्यशाला सम्पन्न ककेन्द्रीयराया गया. यह कार्यशाला, तोलोंग सिकि (कुँड़ुख़ भाषा की लिपि) के अनुसंधान कर्ता डा.नारायण उरांव सैन्दा द्वारा कराया गया. इस तोलोंग सिकि (कुँड़ुख़ भाषा की लिपि) कार्यशाला से कोकराझार, असम के नवजवानों में काफी उत्साह जगा और वे कुँड़ुख़ भाषा एवं तोलोंग सिकि (लिपि) शिक्षण प्रशिक्षण में लग गये. साथ ही इस कार्यशाला में तोलोंग सिकि (कुँड़ुख़ भाषा की लिपि) को कम्प्यूटर वर्जन अर्थात फोन्ट विकसित करने वाले श्री किसलय जी का आभार व्यक्त किया गया. दिनांक 03 अक्टूबर 2022 को विशेष लिपि प्रशिक्षाण के बाद कोकराझार, असम के कई स्थानों पर तोलोंग सिकि शिक्षण-प्रशिक्षण कार्य किया जा रहा है.
रिपोटर -
नार्वट मिंज
केन्द्रीय महासचिव
आल कुँड़ुख़ (उरांव) छात्र संघ, असम