दिनांक- 16 फरवरी 2025, दिन- रविवार को टाटा स्टील फांउडेशन, जमशेदपुर एवं अद्दी कुँड़ुख़ चाला धुमकुड़िया पड़हा अखड़ा रांची के संयुक्त तत्वावधान से संचालित तोलोंङ सिकि सह कुँड़ुख़ भाषा शिक्षण केंद्र बाबा कार्तिक उरांव पुस्तकालय शहरबेड़ा के प्रांगण में कुँड़ुख़ कत्थ तोलोंङ सिकि लिपि हफ्ता दिवस 2025 मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विटापुर पंचायत के मुखिया श्री इंद्रजीत उरांव एवं उरांव समाज सरना समिति मोसोड़ीह, सरायकेला-खरसावां के पदाधिकारी श्री बीरेन्द्र उरांव श्री होरेन उरांव एवं समाज के अगुवागण एवं बुद्धिजीवी गणों द्वारा संयुक्त रूप से द्विप प्रज्वलित कर एवं बाबा कार्तिक के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। इस कार्यक्रम मे तोलोंग सिकि लिपि और कुँडुख के भाषा के उपयोग व प्रचार-प्रसार पर बल दिया गया, यह लिपि कुँडुखों द्वारा नृत्य के समय पहने जाने वाले परिधान है, 'तोलोंग' से प्रेरित है। तोलोंग सिकि लिपि के विकास के लिए सामूहिक रुप से प्रयास जरूरी है। मुखिया इंद्रजीत उरांव ने तोलोंग सिकि लिपि एवं कुँडुख भाषा के संरक्षण, संवर्धन व विकास पर जोर दिया। उन्होंने कुँडुख भाषा के लेखक, विद्वान, शिक्षक, शोधकर्ताओं से विभिन्न विषयों पर अधिक से अधिक लिखने के साथ अनुवाद कर कुँडुख साहित्य का रचना-भंडार भरने की अपील की। कार्यक्रम में सम्मिलित विभिन्न स्कुलों के बच्चों ने मौसमी राग में पारंपरिक गीतों के साथ मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किए। समारोह के दौरान सभी बच्चे और अभिभावकगण में उमंग दिखा। इस दौरान टाटा स्टील फाउंडेशन व अद्दी अखड़ा रांची की सहयोग से कोल्हान में चलाये जा रहे अलग-अलग छह कुँडुख भाषा शिक्षण केंद्र धुमकुड़िया चाईबासा, मुण्डादेव, आनंदडीह, जिलिंगदा, शहरबेड़ा एवं मोसोडीह के बच्चे व शिक्षकगण में सुमन मिंज, गुडिया कुजुर, भानुमति कुजुर, पार्वती मिंज, प्रेरणा लकड़ा, सत्यवती उरांव शामिल हुए। साथ ही उरांव समाज सरना समिति मोसोडीह से समाजसेवी होरेन उरांव, बीरेन्द्र उरांव व डेविड उरांव मौजूद थे।
रिपोर्टर-
डेविड उरांव
उरांव समाज सरना समिति, मोसोडीह, सरायकेला-खरसावां ।